मेरठ - हापुड़ लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद राजेन्द्र अग्रवाल की मीडिया शोधार्थी ललित कुमार से सीधी बातचीत------------
सवाल: मेरठ- हापुड़ लोकसभा सीट पर चुनाव के दौरान जो वायदे जनता से आपने किए थे उन पर आपने कितना ध्यानअभी तक दिया है ?
जवाब: मेरठ - हापुड़ शहर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दोनों ही बड़े प्रतिष्ठित शहर है दोनों ही शहर की अपनी - अपनी पहचान है । ये दोनों ही क्षेत्र एनसीआर क्षेत्र के अधीन है । २००9 लोकसभा चुनाव से पहले हापुड़ मेरठ का हिस्सा नहीं था लेकिन परिसीमन के चलते इसको मेरठ - हापुड़ लोकसभा सीट कर दिया गया । में आपको बात दूँ जब एनसीआर प्लानिग बोर्ड बना था तो इसके पीछे केंद्र सरकार की मंशा यह थी कि दिल्ली से आने वाले लोगो को किसी भी प्रकार कोई मज़बूरी न हो जिससे दिल्ली के कुछ बोझ को कम किया जा सके ।
दिल्ली के कुछ विभागों को इन क्षेत्रों में शिफ्ट कर दिया जाए लेकिन कुछ स्तर तक दिल्ली के दफ्तर नोएडा - गाज़ियाबाद में आए भी है । मेरी योजना से पहले न तो कोई दफ्तर आया और न ही कोई विकास योजना आई. मेरी ओर से आप इसे वायदे के रूप में समझ सकते या फिर पहल के रूप में, इस क्षेत्र को में उचित स्थान दिलवाने की कोशिश कर रहा हूँ किस संबंध में मैंने लोकसभा में संसद पटल पर मैंने ६० से ज्यादा सवालों को रखा है और मेरे इन सवालो पर केंद्र सरकार ने भी ध्यान दिया है । मेरठ और दिल्ली रेलवे लाइन का बिजलीकरण कार्य भी तेजी से हो रहा जो गाज़ियाबाद से सहारनपुर तक हैं । मेरठ से लखनऊ के बीच राज्यरानी एक्सप्रेस ट्रेन भी चलाई गई है और हाई स्पीड ट्रेन की बात भी लगभग तय हो गई हैं । वैसे मेरी ओर से कोशिश यह भी है कि दिल्ली हाट की तरह यहाँ पर मेरठ हाट बने । हाई कोर्ट की बेंच हो,मेडिकल कॉलेज को अच्छे से अपग्रेड किया जाए । मैंने मेरठ की चौ.चरण सिंह विश्वविधालीय को केन्द्रीय विश्वविधालीय, आकाशवाणी और दूरदर्शन की मांग को भी लोकसभा में प्रश्न काल के दौरान रखा है । मेरठ को स्पोर्ट सिटी के नाम को ध्यान में रखते हुए मैंने ऐसे तमाम विषयों को लोकसभा में चर्चा के दौरान रखा जिनकी यहाँ पर अपार सम्भावना है । मेरी ओर से पूरा प्रयास है की मेरठ को तमाम सुविधाए मिले जो बाकि अन्य महानगरो में है ।
सवाल: मेरठ महानगर की जनता के लिए आपके इन तीन साल के कार्यकाल में अब तक आपकी क्या उपलब्धिया रही है ?
जवाब:- क्षेत्र के सांसद का काम कानून बनाना नहीं होता है उसकी उपलब्धियों को सडको, स्कूलों से नहीं नापा जा सकता और यह उचित मापदंड भी नहीं है । विकास के सारे कामों की ज़िम्मेदारी राज्य सरकार की होती है जो फंड केंद्र सरकार की और से आते भी है उनकों खर्च करना भी राज्य सरकार का ही काम होता है । हापुड़ शहर का पूर्वी इलाका फल पटटी के नाम से भी जाना जाता है यहाँ फल की उत्पादन क्षमता बड़े पैमाने पर होती है । पूर्व प्रधानमंत्री चौ. चरण सिंह के जन्म स्थान को मैंने यहाँ के किसानों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर फ़ूड प्रोसिंग केद्र खुलवाने की कोशिश है इससे किसानो को फायदा भी होगा और रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। फ़ूड प्रोसिंग को लेकर केंद्र सरकार का ध्यान भी हापुड़ सीट की और गया है ।
सवाल: विपक्षी दल हमेशा से आपकी उपलब्धियों की निंदा करते रहे है इस पर आप क्या कहेंगे ?
जवाब: नहीं मै इस पर कुछ नहीं कहूँगा इन सबका अपना अपना नजरिया है ।
सवाल: कुछ राजनेताओ का यहाँ तक कहना है कि हमारे सांसद मेरठ शहर तक ही सिमट कर रह गए है और उन्हें मेरठ की ग्रामीण जनता की ज़रा भी सुध नहीं है आपकी इस पर क्या प्रतिक्रिया है ?
जवाब: ऐसी टिप्पणियाँ तो लोग करते ही हैं आप गावों में जाकर पूछेंगे तो पता चलेगा की मैंने गावों का विकास कराया है । में अपने लोकसभा क्षेत्र चार- चार, पांच- पांच बार दौरा करता हूँ.। मै इन बातो की ओर ध्यान इसलिए नहीं देता कि ऐसी टिप्पणियाँ लोग करते ही है, यह कोई बड़ा तथ्य भी नहीं है. मै मेरठ की जनता का लिए हमेशा तैयार रहता हूँ । लोगों की समस्या को सुनने के लिए हमेशा तत्पर रहता हूँ । मै सब जगह जाकर लोगों से अच्छे से मिलता हूँ ।
सवाल: बड़े लंबे समय के बाद मेरठ शहर की सात विधानसभा सीटों पर पार्टी ने चार सीटे जीतकर सफलता अर्जित की है .इसका श्रेय आप किसे देना चाहेंगे ?
जवाब: मेरठ की सात विधानसभा सीटों में से चार सीटों की जीत का श्रेय क्षेत्र की जनता और कार्यकर्ताओं का आभार मानता हूँ । पश्चिमी उत्तर प्रदेश का मेरठ जिला हमेशा से बीजेपी का बड़ा ही समर्थक रहा हैं । यह उसी का प्रमाण है कि क्षेत्र की जनता के कारण यह सब हुआ, मै क्षेत्र की जनता का एक बार फिर से अभिनन्दन करता हूँ ।
सवाल: मेरठ की जनता के लिए आपका विजन क्या है ?
जवाब: मेरठ गंगा - ज़मुना के बीच बसा कृषि प्रधान क्षेत्र है । जहाँ विकास की बड़ी ही अपार संभावनाए है । यहाँ खिलाडियों के लिए एक स्टेडियम बनाना चाहिए । मेरी कोशिश मेरठ को एक महत्तवपूर्ण दर्ज़ा दिलवाने की है । जिससे क्षेत्र का विकास हो और रोजगार के नये - नये अवसर पैदा हों ।
सवाल: मेरठ की तीन बड़ी समस्याए और समाधान क्या है?
जवाब: मेरी नज़र से यहाँ आवगमन की सबसे बड़ी समस्या हैं । शहर में दिन भर जाम लगा रहता हैं इसके लिए मास्टर प्लान की आवश्कता बहुत ज़रूरी है । पार्किंग की व्यवस्था सही होनी चाहिए. शहर के बाहर बड़े बड़े बाईपास विकसित होने चाहिए जिससे यात्रियों को आने जाने में कोई परेशानी न हो ।
सवाल: शहर से कमेला हटवाये जाने को लेकर पार्टी नेताओ की चारो और चर्चाएं है । आप इसे किस रूप में देखते हैं?
जवाब: कमेले को शुरू से ही हटवाने का प्रयास किया जाता रहा हैं और अंत में हम इसमें कामयाब भी हुए । प्रदुषण का सबसे बड़ा कारण यहाँ पशु कटान था । इस मुद्दे को मैंने कई बार लोकसभा में भी उठाया दिल्ली से कई बार याचिका समिति की टीम ने निरीक्षण किया । जब उन्होंने यहाँ की गंदगी को देखा तब जाकर यहाँ का प्रशासन सकते में आया। यहाँ के स्थानीय विधायक सत्ता का दुरूपयोग करके इसको साम्प्रदायिकता का कारण बताकर पल्ला छाड़ लेते थे और जबकि यह सांप्रदायिक मामला था ही नहीं और इससे दोनों वर्गों के लोग परेशान थे पर कुछ राजनेता इसको हिन्दू - मुस्लिम विषय बनाते थे अवैध तरीके से पशुकटान क्षेत्र को गन्दा करते थे ।
सवाल: लेकिन नगर निकाय मंत्री आज़म खां इस कामयाबी को पार्टी की सफलता मान रहे है।
जवाब: सफलता का श्रेय चाहे कोई भी ले मेरठ की जनता अच्छे से जानती है कि इसकी लड़ाई किसने लड़ी, आज़म खां की सरकार पहले भी थी तब क्यों नहीं उन्होंने इस मुद्दे को उठाया, नगर निकाय मंत्री बनते ही सफलता का श्रेय पार्टी को देना चाहते है । मुझे तो हंसी आती है । मै समझता हूँ मेरठ की जनता पूरी तरह से वाकिफ़ है कि इस नरक से किसने आजाद कराया है ।
सवाल: इस बार के विधान सभा चुनाव में मेरठ की जनता ने बीजेपी को एक बार फिर से नई पहचान दी है। क्या आपको नहीं लगता की मेरठ की जनता का पार्टी से खोया हुआ विश्वास फिर वापस लौट है?
जवाब: ये तो मैंने शुरु में ही कहा है कि पार्टी का मेरठ की जनता के प्रति हमेशा से आदर रहा है और छोटी-मोटी हार जीत तो चलती रहती है । कभी भी बीजेपी ने मेरठ की जनता का विश्वास नही खोया। मेयर हमारा जीता, विधानसभा चुनाव में भी जनता ने भरपूर साथ दिया । विधानसभा की चार सीटे जीताकर मेरठ की जनता ने फिर से जता दिया कि बीजेपी के साथ वो हमेशा से है । इसमें कोई दोराय नही है और हमारी पूरी कोशिश है कि हम मेरठ की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरे।
अब राष्ट्रीय राजनीति से जुड़े कुछ चुनिंदा सवाल
सवाल: जब भी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होती है तभी कोई न कोई पार्टी का शीर्ष नेता इस बैठक से खफा दिखाई देता है। क्या इसे बीजेपी की अंतर्कलह कहे या आपसी मतभेद ?
जवाब: हमारी पार्टी सही मायने में एक लोकतान्त्रिक पार्टी है । जहा पर सभी को अपनी बात कहने का पूरा -पूरा हक़ होता है । देश के किसी अन्य दल के अंदर न तो लोकतंत्र है और न ही ये बाते होती है । हमारी पार्टी आज भी इकठठा पार्टी है कुल मिलकर हमारा बड़ा कुनबा है और बड़े कुनबे में ये छोटी-छोटी बाते होती रहती है ।
सवाल: पार्टी में येदुरप्पा, वसुंधरा राजे सरीखे जैसे राजनेता हमेशा से सुखियों में बने रहते है। क्या आपको नही लगता पार्टी का इस पर कोई बुरा असर पड़ेगा ?
जवाब: ये दोनों पार्टी के बड़े नेता हैं और दोनों ही पूर्व मुख्यमंत्री है यदि कोई बात ये वैसे भी कह देते है तो खबर बन जाती है और मीडिया भी थोडा इसको बढ़ा चढ़ाकर है । वसुंधरा जी पार्टी के साथ पूरी तरह से है और येदुरप्पा जी भी ।
सवाल: विजन 2014 को लेकर भाजपा का नया चेहरा मोदी होंगे, क्या पार्टी इस पर एकमत है?
जवाब: कोई ज़रूरी नहीं कौन होगा न हमने अभी तक यह तय किया । समय आने पर पार्टी तय करेगी और हमारे पास नरेंद्र मोदी सहित अनेक ऐसे प्रतिष्ठित नेता है जिनमे देश का नेतृत्व करने की क्षमता है ।
----मेरे विचार ब्लॉग से आपका बातचीत करने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया ।
---जी आपका भी धन्यवाद