21 फ़र॰ 2011

योजनाओ का सहारा ..................



योजनाओ का सहारा आगामी विधान सभा चुनावी सरगमी उत्तराखंड राज्य अपने पैर पसारती जा रही है . जैसे -२ चुनाव नजदीक आते जा रहे है ....वैसे -२ निशंक के चेहरे की भाव भंगिमाए दिनों दिन बढती जा रही है ...वोट पाने के लिए प्रदेश सरकार योजनाओ का सहारा ले रही है ...डा. निशंक नितीश और मोदी की रहा पर चलना चाह रहे है ..निशंक की तुलना अगर नितीश और मोदी से कर भी दी जाये ..... तो शायद हसी के पात्र भी बन सकते है... निशंक सरकार कों इन दोनों की राह पर चलने की लिए ,बहुत कुछ सीखना पड़ेगा तभी जाकर इनकी बराबरी कर पायेगे ....आगामी विधान सभा चुनावो की रणनीति कों लेकर सभी राजनीति दलों अपनी - २ गोटी फेलानी शुरू कर दी है...जहा एक और उत्तराखंड ने अपनी स्थापना का एक दशक पूरा किया ..वही दूसरी और राज्य अपने विकास के रोने रो रहा है ...उत्तराखंड ने अब तक प्रदेश कों पांच मुख्यमंत्री दिए ... लेकिन किसी ने अब तक इसके विकास के बारे में नहीं सोचा ....
राजधानी देहरादून में राष्टीय पत्रकार संघ उत्तराखंड जिला इकाई का आयोजन किया गया ...जिसके मुख्य अथिति गढ़वाल सांसद सतपाल महाराज रहे ..कार्यक्रम की अध्यक्षता मदन कोशिक (पर्यटन मंत्री) ने की ....इस कार्यक्रम का मकसद मीडिया के लिए नए-२ आयाम देना और पत्रकार बंधुओ के लिए विषम परिथितियो में प्रदेश सरकार सुविधाये मुहिया कराना ... आगामी ,चुनाव के मद्देनज़र मुख्यमंत्री घोषणाओ पर घोषनाए लगातार करते जा रहे है ...हाल ही में प्रदेश सरकार पत्रकारों की लिए आवासीय कालोनी और पत्रकार कल्याण कोष के लिए अब तक पाच करोड़ रूपये की घोषणा कर चुकी है ......प्रदेश सरकार के लिए ये अपने आप में एक अनूठी पहल भी कही जा सकती है
करीब डेढ़ माह पहले देहरादून में A 2 Z टीवी चेंनल. के एक पत्रकार की दुर्घटना में हुई मोत से राज्य के सभी पत्रकारों ने इस पर शोक व्यक्त किया लेकिन मुख्यमंत्री ने पत्रकार की मोत के प्रति कोई शोक सवेदना व्यक्त नहीं की.... मुख्यमंत्री के पास इतना समय ही नहीं है की वे किसी के लिए थोडा समय निकाल सके......... मुख्यमंत्री निशंक चुनावो की रणनीति के खाका बनाने में व्यस्त है....... राष्टीय पत्रकार संघ ने अपने स्तर इस पर कार्यवाई की तो निशंक ने पत्रकार संघ के दबाव के चलते मृतक पत्रकार कों दो लाख का चेक देने की घोषणा की ..
11 फरवरी 2011 कों देहरादून के गाँधी पार्क में मुख्यमंत्री ने अटल खाद्दान योजना का उद्घाटन किया...हजारो की तादाद में लोगो ने इस समारोह में शिरकत ली ...मुख्यमंत्री ने स्वम इस कार्यक्रम की अध्यक्षता भी की ....इस आयोजन के माध्यम के मुख्यमंत्री ने अनेको योजनाये जनता के समक्ष रखी जिसमे आईएएस अकादमी, आईआईटी, आईआईएम्.. देशी विदेशी छात्रो कों स्कोलरशिप देना, उत्तराखंड में गरीब परिवारों के बच्चो कों फ्री शिक्षा देना, कूड़ा बीनने वालो बच्चो कों मुफ्त शिक्षा देना, एमबीबीएस की पढाई मात्र पन्द्रह हज़ार रूपये में और बीपीएल परिवारों के बच्चो कों सीपीएमटी की तैयारी के लिए मुफ्त शिक्षा देना, मेरिट में आने वालो छात्रो कों इंजीनियर बनाना आदि -२ . .... प्रदेश सरकार ने चुनाव से पहले इतनी सारी घोषणाओ के तीर जानता के लिए छोड़ तो दिए ...... लेकिन ये तीर कहा जाकर गिरेगे और कोन-२ लोग इनका लाभ उठायेगे... ये तो आने वाला भविष्य ही तय करेगा .....
छत्तीसगढ़ की राह चलते हुए प्रदेश सरकार ने बीपीएल परिवार के लिए दो रूपये किलो गेहू ,तीन रूपये किलो चावल देने की घोषणा की मुख्यमंत्री ने एपीएल परिवारों के लिए आठ रूपये किलो गेहू ,दो रूपये किलो चावल देने की बात कही ...मुख्यमंत्री निशंक ने उत्तराखंड की जनता कों ये संकल्प दिया की प्रदेश में कोई भी व्यक्ति अब भूखा नहीं सोयेगा ....लेकिन मुख्यमंत्री कों कोई ये कोन बतायेगा की देश कों 80 फीसदी आबादी 9 रूपये से 20 रूपये पर गुजर बसर करती है....तो फिर किन लोगो कों भूखा न सोने की बात करते है ...

पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्य तिथि पर अटल खाद्दान योजना का शुभारम्भ बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने किया...गडकरी ने ये भी बताया की जहा देश की 80 फीसीदी आबादी बीस रूपये पर गुजर बसर करती है, वही उत्तराखंड राज्य सरकार गरीबो की प्रति वचनबद्ध है ...राज्य लगातार प्रगति के शिखर पर पहुच रहा है ...राज्य की विकास दर जहा 9.41.% हुआ करती थी आज वही 41% पर जा पहुची ...तेजी से प्रगति करने वालो राज्य में उत्तराखंड कों प्रथम पुरस्कार उपराष्टपति के हाथो दिया गया ...गडकरी ने गरीबो के प्रति कल्याणकारी योजनाओ कों सफल बनाने की बात कही ...
चुनावी माहोल के इस दोर उत्तराखंड में एक बार राज्य सरकार योजनाओ का सहारा लेकर वोट पाने की राजनीति एक बार फिर से सर चढ़ कर बोलने लगी है ...चाहे सत्ता पक्ष या फिर विपक्षी दल या फिर अन्य दल हो चुनाव के नजदीक आते ही सभी कों गरीबो के प्रति चिंता सताने लगती है ...केंद्र सरकार जहा एक और मनेरगा के माध्यम से गरीबो कों अपनी और आकर्षित करती है ...वही राज्य सरकार गरीबो कों सस्ते दामो पर खाद्दय भोजन देकर जनता कों खुश करना चाहती है ...बात बराबर है सभी राजनितिक दल एक ही थाली के चट्टे बट्टे है .... कोई किसी से कम नहीं है...वैसे भी राज्य सरकार का सिंहासन इस बार खतरे में है.....

करीब चार साल से गहरी नींद में सोयी राज्य सरकार कों अब इन योजनाओ कों याद आ रही है .... वो भी तब जब चुनाव नजदीक है अब इसी से अंदाज़ा लगाया जा सकता है की राज्य सरकार कों गरीबो की चिंता कम वोट पाने की चिंता सबसे ज्यादा है ...गरीबो की रोटी पर सवाल अब से पहले भी उठे है, और अभी भी उठते रहे है .....सरकार चाहे किसी की भी क्यों न हो बदलाव की उम्मीद किसी से नहीं की जा सकती .....


वर्जन ---"-जिस दोर में पत्रकारिता आज अपने उत्कर्ष शिखर पर पहुची है ऐसे दोर में भ्रष्ठचार और घोटाले का बाज़ार भी गर्म रहा है.....राज्य सरकार ने शासकीय पत्रकारों कों आवसीय कालोनी देनी की घोषणा वैचारिक रूप से की है...पत्रकारों कों आगे आकर संगठन के रूप में काम करना होगा" ......
मीडिया सलहाकार समिति अध्यक्ष( उत्तराखंड) -----------देवेन्द्र भसीन

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