22 मार्च 2010

माया बनाम दलित ....................


गरीबो का मसीहा कही जाने वाली मायावती आज करोडो की माला पहन कर,l उत्तेर प्रदेश में अपने तानाशाही पर उतर आई है..... उ० प्र० में सत्ता हासिल करने के बाद लोगो ने इसको एक देवी का रूप कहा था .........लेकिन जनता को क्या पता था। की यह देवी सबसे पहले अपना कल्याण करेगी । बाद में जनता जनार्दन का .....

सत्ता हासिल कराने से पहले दलितों को बड़े - बड़े सपने दिखने वाली माया ने जो वादे दलितों और पिछडो वर्गों से किये थे, वो एक दम खोखले साबित हुए ........जब - जब उ० प्र० में बसपा की सरकार आई है । तब -तब इन लोगो पर घोर अत्याचार हुए .......आखिर इसका क्या कारण रहा .............. क्या माननीय कांशीराम जी के देहांत के बाद मायावती के पंख एकदम खुल गए ..... जो कभी उनके सानिध्ये में रह कर काम करती थी । लेकिन आज अपनी तानाशाही पर उतर आई ................. आखिर कब तक ये तानाशाही रहेगी । एक न एक दिन तो जाना पड़ेगा । दलितों को कब तक बह्कायेंगी

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